यह कविता संग्रह ज़िंदगी के कई पहलुओं को छूती है | इसमें हिंदी, उर्दू और अन्य बोलचाल की भाषाओं का प्रयोग किया गया है | इसमें संग्रहित कविताओं में ज़िंदगी, बचपन से उम्र दराज़ होने तक सफ़र तय करती है ! ज़िंदगी कभी माँ की लोरी में झलकती है तो कभी पिता की छत्रछाया में पनपती है | कवितायें ज़िंदगी को भरपूर जीने के लिए हार न मान, संकल्प रख सतत प्रयत्न करने को प्रेरित करती हैं | कवितायें बेटी, बहन, माँ, प्रेयसी, पत्नी अनेक रूपों से अवगत करा एक सम्पूर्ण संसार की रचना करती है | प्रेम में डूबी हुई कवितायें भाग्य, हौसला, आशा सहित एक सुखद अनुभूति प्रदान है |