‘अनुभूति’ एक नारी, एक मानव और एक पालक (माँ) की आवाज़ का दर्पण है। इस संग्रह में संकलित सभी कविताएँ मेरे जीवन के विविध रंगों से प्रेरित हैं, जो मेरे आत्म-परख और अनुभवों का परिणाम हैं।
यह संग्रह उन पहलुओं का उत्सव है जो अक्सर सामने होते हुए भी मेरी पहुँच से दूर रह गए हैं। यहाँ भावनाओं की उन अनकही गहराइयों का संग्रह है, जिनमें जीवन की असत्यता और एक गहरी चुप्पी भी शामिल हैं। कुछ कविताएँ उन पलों की द्योतक हैं, जब जीवन की अनिश्चितता और यथार्थ ने मन को घेर रखा था। फिर भी, हर कविता में एक निरंतर धागा है, जो संबंधों की तलाश से जुड़ा है, चाहे वह कवयित्री का प्रकृति के साथ हो, दूसरों के साथ हो या स्वयं से। मैं अपने पाठकों को एक साथी मानती हूँ। मेरी कविताएँ उनके भीतर विचारों की एक नई लहर पैदा करने, भावनाओं को जगाने और उन्हें झकझोरने के उद्देश्य से लिखी गई हैं, ताकि वे अपने अचेतन के उन द्वारों को खोल सकें जो शायद अब तक बंद थे। मैं आशा करती हूँ कि ये कविताएँ हमें नई दृष्टि प्रदान करें और हमें अनकहे पहलुओं पर सोचने और गहराई से समझने की प्रेरणा दें।