लेखक की यह पुस्तक दुनिया की वृद्धि की समस्या पर नया प्रकाश डालती है और इन समस्याओं के उत्तर खोजती है। यह सरल, बोधगम्य भाषा में है, जो हर विषयक्रमी को पढ़ना चाहिए। इससे अर्थशास्त्र, समाजशास्त्र, भूगोल आदि में रुचि रखने वालों को उपयोगी सिद्ध होगी।
लेखक डॉ. विजय सिंह राघव, भारतीय उत्तर प्रदेश के मुरादाबाद जनपद के बहजोई कस्बे में 3 मार्च 1957 को जन्मे थे। वर्तमान में उनका निवास स्थान बरेली, उत्तर प्रदेश में है। वे एक प्रमुख लेखक हैं जिन्हें कई पुरस्कारों से नवाजा गया है, जैसे कि एक्सीलेंसी सम्मान और राइजिंग पर्सनालिटीज आफ इंडिया अवार्ड। उनके लेखन क्षेत्र में उदार योगदान के लिए उन्हें सम्मानित किया गया है, और उनके लेखन का प्रकाशन राष्ट्रीय पत्रिकाओं में हो रहा है।