यह कृति स्वास्थ्य एवं आर्थिक संकट की विस्तृत जानकारी से ओत-प्रोत है। कृति में स्वस्थ्स संकट जनित आर्थिक संकट को मापने के विविध सूत्रों और इनके कुप्रभावों की चर्चा की गई है। भारत की विकास दर पर और कामकाजी आबादी पर पड़ने वाले नकारात्मक प्रभावों की चर्चा की गई है। विश्वव्यापी कोविड- 19 महामारी रुपी स्वास्थ्य संकट में अन्तर्राष्ट्रीय ब्यापार, अन्तर्राष्ट्रीय प्रवास और अन्तर्राष्ट्रीय छात्र गतिशीलता को कैसे कुप्रभावित किया है। इसका भी उल्लेख किया गया है। सुपर पावर देश अमेरिका की विकास दर पर पढ़ने वाले कुप्रभावों की चर्चा भी की गई है। कृति में दोनों संकटों से निजात पाने के लिए राज्यों और केन्द्र सरकार द्वारा उठाये गये विविध कदमों और किए गए टीकाकरण पर ध्यान खीचा गया है। जहाँ आवश्यकता समझा गया है वहाँ आंकड़े दिये गये हैं। तथ्यों और आंकड़ों की प्रमाणिकता के कारण प्रस्तुत कृति मेडिकल की पढ़ाई करने वाले छात्रों, महामारी विज्ञान, अर्थशास्त्र एवं प्रबन्धन की पढ़ाई में रुचि देने वाले छात्रों, शोधकर्ताओं और शिक्षाविदों के लिए बहुत उपयोगी होगी। वशर्ते की पढ़ाई मन लगाकर की जाये।