'कविता वाटिका' डॉ राजेश कुमार मंगला ‘पार्थ’ का अद्भुत काव्य संकलन है, जिसमें जीवन के विविध रंगों और अहसासों को उत्कृष्ट रूप में प्रस्तुत किया गया है। संग्रह की शुरुआत विश्व की छटी रैंक की यूनिवर्सिटी के लिए लिखे गए कुलगीत से होती है, जिसे अनुसरण में उनकी धर्मपत्नी के लिए लिखी गई अद्वितीय कविता फॉलो करती है। संग्रह में हर कविता अपने आप में एक संवाद स्थापित करती है, चाहे वह जीवन के अटल सत्य हों, या दर्शनशास्त्र के गहरे विचार। यह काव्य संकलन हमें न केवल सोचने पर विवश करता है, बल्कि हमें जीवन को एक नई दृष्टिकोण से देखने की प्रेरणा भी प्रदान करता है।